नेल्‍सन मंडेला (Nelson Mandela) की आज 18 जुलाई को जयंती है. इस दिन को अंतरराष्‍ट्रीय नेल्‍सन मंडेला दिवस के तौर पर मनाया जाता है.

नेल्‍सन मंडेला (Nelson Mandela) की आज 18 जुलाई को जयंती है. इस दिन को अंतरराष्‍ट्रीय नेल्‍सन मंडेला दिवस के तौर पर मनाया जाता है.

हिंसा की राह पर चलकर नेल्‍सन मंडेला ने रंगभेद के खिलाफ एक लंबी लड़ाई लड़ी. 27 साल तक जेल की सजा काटी. बाद में उसी देश के वो राष्‍ट्रपति बने

18 जुलाई 1918 को दक्षिण अफ्रीका में जन्‍मे नेल्‍सन मंडेला का पूरा नाम नेल्सन रोलीह्लला मंडेला (Nelson Rolihlahla Mandela) था. कम उम्र में ही इनके पिता की मौत हो गई थी. इसके बाद इनका जीवन काफी संघर्षपूर्ण बीता. 1944 में अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस में शामिल होने के बाद नेल्सन मंडेला ने रंगभेद के विरूद्ध आंदोलन छेड़ दिया. इसी साल उन्‍होंने अपने सहयोगियों और मित्रों के साथ मिलकर अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस यूथ लीग की स्थापना की.

18 जुलाई 1918 को दक्षिण अफ्रीका में जन्‍मे नेल्‍सन मंडेला का पूरा नाम नेल्सन रोलीह्लला मंडेला (Nelson Rolihlahla Mandela) था. कम उम्र में ही इनके पिता की मौत हो गई थी. इसके बाद इनका जीवन काफी संघर्षपूर्ण बीता. 1944 में अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस में शामिल होने के बाद नेल्सन मंडेला ने रंगभेद के विरूद्ध आंदोलन छेड़ दिया. इसी साल उन्‍होंने अपने सहयोगियों और मित्रों के साथ मिलकर अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस यूथ लीग की स्थापना की.

अहिंसा की राह पर चलकर रंगभेद के खिलाफ नेल्‍सन मंडेला ने जो भी लड़ाई की, उसके बाद उनकी छवि पूरी दुनिया में एक शांति दूत के तौर पर बन गई. कई देश उनसे आकर्षित हुए. साल 1990 में भारत सरकार ने मंडेला को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया. नेल्‍सन मंडेला भारत रत्न पाने वाले पहले विदेशी थे.  वहीं 1993 में उन्‍हें नोबेल शांति पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया गया. नवंबर 2009 में संयुक्त राष्ट्र ने 18 जुलाई को आधिकारिक रूप से नेल्सन मंडेला इंटरनेशनल डे मनाने की घोषणा की. इसके बाद पहला नेल्‍सन मंडेला दिवस साल 2010 में मनाया गया.